एक छोटे से गाँव में नन्हा नवीन नाम का एक बच्चा रहता था। वह बहुत उत्साही और समझदार था। नवीन को अपने देश और गाँव से बहुत प्यार था। उसकी दादी अक्सर उसे देश के बारे में कहानियाँ सुनाती थीं और उसे यह भी बताती थीं कि एक अच्छे नागरिक के क्या कर्तव्य होते हैं। नवीन ने सोचा, “जब मैं बड़ा हो जाऊँगा, तो अपने देश और गाँव की सेवा करूँगा।”
एक दिन, नवीन ने देखा कि गाँव में जगह-जगह कूड़ा फैला हुआ है। उसने सोचा कि यह सही नहीं है। उसने अपने दोस्तों, सुमित और सिया, को बुलाया और कहा, “हमें अपने गाँव को साफ रखना चाहिए। चलो, हम एक सफाई अभियान शुरू करते हैं!” सुमित और सिया ने उसकी बात मान ली और तीनों बच्चे मिलकर गाँव की सफाई करने लगे।
नवीन ने समझाया, “हमारा कर्तव्य है कि हम अपने आसपास को साफ रखें। अगर हम ऐसा नहीं करेंगे, तो यह हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होगा।” सभी बच्चों ने मिलकर कचरा इकट्ठा किया और उसे सही जगह पर डाल दिया। धीरे-धीरे, गाँव की सड़कों पर साफ-सफाई हो गई, और लोग उनकी सराहना करने लगे।
इसके बाद, नवीन ने सोचा कि गाँव में शिक्षा का स्तर भी सुधारना चाहिए। उसने गाँव के बच्चों से कहा, “अगर हमें आगे बढ़ना है, तो हमें पढ़ाई पर ध्यान देना होगा। चलो, हम मिलकर पढ़ाई करेंगे!” उसने एक अध्ययन समूह बनाया, जहाँ सभी बच्चे एक साथ मिलकर पढ़ाई करने लगे।
एक दिन, गाँव में एक समस्या आई जब कई लोग बीमार हो गए। नवीन ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर गाँव के बड़े लोगों से कहा, “हमें सभी बीमार लोगों की मदद करनी चाहिए। हमें एकत्र होकर उनके लिए दवाइयाँ और खाना लाना चाहिए।” गाँव के लोग उनके जज़्बे को देखकर उनकी मदद करने के लिए तैयार हो गए।
नवीन ने समझा कि अपने अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों का भी पालन करना बहुत ज़रूरी है। उसने अपने दोस्तों को यह सिखाया कि एक अच्छा नागरिक बनने के लिए हमें अपने कर्तव्यों को निभाना चाहिए।
कहानी का सीख:
- अपने कर्तव्यों को समझना और निभाना हर नागरिक का काम है।
- स्वच्छता और शिक्षा के प्रति जागरूकता हमारे देश को मजबूत बनाती है।
- किसी भी समस्या का सामना मिलकर करना चाहिए, ताकि हम सब मिलकर बेहतर समाज बना सकें।
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