गाँव के पास एक छोटी सी पहाड़ी थी जहाँ एक घना जंगल था। उस जंगल में कई जानवर रहते थे और उनमें से तीन अच्छे दोस्त थे – एक चालाक लोमड़ी, एक मेहनती खरगोश, और एक समझदार कछुआ। तीनों का गहरा दोस्ताना था, और वे हर दिन साथ में खेलते और भोजन की तलाश में जाते।
एक दिन लोमड़ी ने खरगोश और कछुए से कहा, “हम सबमें कुछ न कुछ खासियत है। क्यों न आज हम अपनी खूबियों से इस जंगल के राजा शेर को खुश करें और उसकी प्रशंसा पाएं?”
खरगोश और कछुआ मान गए, और तीनों शेर के पास जाने की योजना बनाने लगे। खरगोश ने कहा, “मैं तो दौड़ने में तेज हूं, मैं शेर को अपनी तेज़ी दिखाकर खुश करूंगा।” कछुआ बोला, “मैं धीरे-धीरे पर निरंतर आगे बढ़ सकता हूं। मैं शेर को यह सिखाऊंगा कि धैर्य भी बहुत मायने रखता है।” लोमड़ी ने अपनी चतुराई से योजना बनाई कि वह शेर को कोई नई तरकीब सिखाकर खुश करेगी।
अगले दिन तीनों शेर के पास पहुंचे और अपनी-अपनी खूबियां दिखाने लगे। खरगोश ने अपनी तेज़ी से शेर के चारों ओर दौड़ लगाई, कछुए ने धीरज से आगे बढ़ने की महत्ता समझाई, और लोमड़ी ने अपने चतुराई भरे विचारों से शेर को एक नई रणनीति सुझाई। शेर ने सबकी बातें ध्यान से सुनी और उनकी खूबियों की सराहना की।
अचानक, शेर ने उन तीनों से पूछा, “क्या तुम तीनों सच्चे दोस्त हो?” तीनों ने एक साथ सिर हिलाया और कहा, “हाँ, हम सच्चे दोस्त हैं।” शेर ने एक मुस्कान के साथ कहा, “तो देखो, सच्चे दोस्त सिर्फ अपनी-अपनी खूबियों का ही नहीं, बल्कि एक-दूसरे की कमियों का भी सम्मान करते हैं और हमेशा साथ निभाते हैं।”
इसके बाद शेर ने एक बात बताई, “एक दिन ऐसा भी आएगा जब तुम तीनों को एक-दूसरे की खूबियों से ज्यादा एक-दूसरे की कमियों का साथ देना पड़ेगा। जो दोस्त इन दोनों बातों का सम्मान करेगा, वही सच्चा दोस्त कहलाएगा।”
तीनों दोस्तों ने इस सीख को अपने दिल में बसा लिया और शेर को धन्यवाद दिया। उन्होंने ठान लिया कि वे अपनी खूबियों और कमियों के साथ मिलकर एक-दूसरे का साथ हमेशा देंगे।
कहानी का सीख
- सच्ची दोस्ती में खूबियों और कमियों का समान महत्व होता है – सच्चे दोस्त एक-दूसरे की ताकतों के साथ-साथ कमजोरियों का भी आदर करते हैं।
- सच्चे दोस्त मुश्किल समय में साथ रहते हैं – दोस्ती का असली मतलब तभी समझ में आता है जब हम एक-दूसरे की कठिनाइयों में साथ देते हैं।
- हर व्यक्ति की अपनी खासियत होती है – सभी में कोई न कोई विशेषता होती है, जो उन्हें दूसरों से अलग बनाती है। हमें अपनी विशेषताओं पर गर्व करना चाहिए और उनका सही उपयोग करना चाहिए।
- धैर्य और निरंतरता का महत्व – कछुए ने सिखाया कि धैर्य और निरंतर प्रयास से हम हर चुनौती का सामना कर सकते हैं।
- मिल-जुलकर काम करने से ही सच्ची दोस्ती कायम रहती है – सच्चे दोस्त अपनी खूबियों और कमियों के साथ मिलकर जीवन में आगे बढ़ते हैं।
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